मंडल एक अभियान तथा पहल है जो विज्ञान भारती द्वारा शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य आध्यात्मिक का अणु भावात्मक विज्ञान और भारतीय विचारधारा के बीच एक सतत, सुसंगत और कठोर तरीके से सेतुबंधन स्थापित करना है, जिसमे ज्ञान के स्तर की सर्वोत्तम पराकाष्ठा का ज्ञानर्जन हो। समूलतः इससे भी आगे बढ़कर, आधुनिक विज्ञान में सत्य की खोज के बारे में सोचने के तरीके को फिर से परिभाषित करने का प्रयास करता है, जिससे यह प्रकृति की विविधताओं और यहां तक कि विरोधाभासों, अवरोधाभास को अधिक परिलक्षित करे, और एक सचेत, निर्बाध और निष्पक्ष दृष्टिकोण की ओर अग्रसर हो, जो हमारे भारतीय धरोहर से प्राप्त दृष्टिकोणों का उपयोग करता है। यह विज्ञान भारती के व्यापक मिशन के अनुरूप है, जो देश में एक राष्ट्रीय विज्ञान आंदोलन को बढ़ावा देने का कार्य करता है। इस पहल के लिए "मंडल" नाम इसलिए चुना गया, क्योंकि यह शब्द भारतीय विचारधारा और आधुनिक विज्ञान के बीच एक स्वाभाविक सेतु का प्रतीक है। मंडल प्रतीकात्मक आकारों की एक ज्यामितीय संरचना को दर्शाता है। इसे हमारे भारतीय अतीत में विभिन्न स्थानों पर उपयोग किया गया है, जैसे ओरिएंटल आध्यात्मिक परंपराओं और बौद्ध वास्तुकला में। आधुनिक विज्ञान के रूप में एक सर्वव्यापी सिद्धांत का प्रतिनिधि चित्र एक आधुनिक मंडल जैसा दिखता है, जो इस संभावित वास्तविकता को दर्शाता है कि प्रकृति पूरी तरह से प्रमाणा त्मक ज्यामिति और गणितीय संरचनाओं के बारे में है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह हमारे आयोजनों के स्वरूप को परिभाषित करता
Shri. Jayant Sahasrabudhe
Mentor
Dr. Mrittunjoy Guha Majumdar
Convenor
Shri Sreeprasad MK
Member
Dr. Manasi Malgaonkar
Member
Shri. Ajay Sharma
Member